उत्तराखंड भाजपा में इन दिनों अंदरूनी सरगर्मियां काफी तेज दिखाई दे रही है, पार्टी के भीतर दिग्गज नेताओं की अंदरूनी राजनीति आए दिन चर्चाओं में रहती है, खास तौर पर नियुक्ति मामले को लेकर जिस तरह पार्टी के भीतर अपने ही नेताओं के राजनीतिक षड्यंत्र से जुड़े मामले उठे हैं उसके बाद पार्टी हाईकमान काफी गंभीर है, विशेषकर इसलिए क्योंकि इस पूरे मामले में आरएसएस के पदाधिकारियों के भी नाम लिए गए इस पूरे मामले को न केवल भाजपा राष्ट्रीय हाईकमान ने गंभीर माना है बल्कि नागपुर संघ भवन से भी इस पर काफी कड़ी नाराजगी होने की बात भी कही जा रही है। इस बीच प्रदेश के नेताओं की तरफ से एक दूसरे गुट को इसके लिए जिम्मेदार बताया गया है, इस पूरे मामले में त्रिवेंद्र सिंह रावत भी निशाने पर है, उधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इस विषय को लेकर सक्रिय दिखाई देते हैं। खबर यह है कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत यूं तो खुद ही भाजपा राष्ट्रीय हाईकमान से मुलाकात का समय मांग रहे थे लेकिन इस बार हाईकमान ने उन्हें खुद ही बुलावा भेजा है। चर्चा है कि इस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रदेश में राजनीतिक हालातों के बारे में बताएंगे साथ ही नियुक्ति में जिस तरह की भूमिका उनकी बता कर शिकायत की गई है उस पर भी अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे।