उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव नजदीक है, लिहाजा तमाम राजनीति से जुड़े लोग पार्टी के टिकट को लेकर जद्दोजहद में जुट गए हैं, इस बीच प्रदेश में कांग्रेस से भाजपा में आए बागियों को लेकर भी चर्चाएं काफी तेज है और दलबदल की आशंका भी प्रबल मानी जा रही है। उधर केदारनाथ से भाजपा की प्रत्याशी रही शैला रानी रावत ने भी चुनाव से पहले अपना दर्द बयां किया है और चुनाव में करारी हार के लिए पार्टी में बगावत को वजह बताया है। शैला रानी रावत ने कहा कि पार्टी हाईकमान से लेकर जिला स्तर तक में कोआर्डिनेशन नहीं रहा। चुनाव से पहले पार्टी में कई लोगों ने बगावत कर दी और इसीलिए उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा।
इस दौरान उन्होंने पार्टी में भितरघात करने वालों पर विचार करने की बात कही उन्होंने कहा मैं पार्टी के साथ हूं और पार्टी जो भी आदेश करेगी वह इसके लिए तैयार है। लेकिन चुनाव से ठीक पहले जिस तरह से उनका दर्द चल का है उससे लग रहा है कि सब कुछ ठीक नहीं है। वैसे आपको बता दें कि मोदी नहर में जिस तरह उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था और न केवल चुनाव में भाजपा को हार देखनी पड़ी बल्कि पार्टी कांग्रेस को टक्कर भी नहीं दे पाई इस लिहाज से शैला रानी रावत के टिकट पर भी संशय बरकरार है।