रुड़की: देश के अलग-अलग हिस्सों से वक्फ बोर्ड पर लोगों की जमीनें कब्जाने के आरोप लग रहे हैं, वहीँ रुड़की स्थित पिरान कलियर में विश्व प्रसिद्ध दरगाह के सज्जादा परिवार अपनी बेशकीमती भूमि को वक्फ बोर्ड से छुड़ाने में कोर्ट के चक्कर काट रहा है, दावा है कि कोर्ट ने भी सज्जादा परिवार के हक में फैसला सुनाया था, जिसमे कहा गया था कि वक्फ बोर्ड यदि भूमि पर किसी तरह का सज्जादा परिवार से समझौता करना चाहता है तो वो कर सकता है, जिसमे सालाना लगने वाले उर्स मेले को लेकर समझौता हुआ, लेकिन सज्जादा परिवार का आरोप है कि उन्हें मेले में साझा की गई आमदनी भी नहीं दी गई, जिससे वो खासा नाराज हैं, उन्होंने उत्तराखंड वक्फ बोर्ड पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं।
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दरअसल उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के नवनिर्वाचित अध्यक्ष शादाब शम्स वक्फ की संपत्तियों को लेकर बड़े गंभीर दिखाई दे रहे हैं, हाल ही में शादाब शम्स ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि रुड़की स्थित पिरान कलियर साबिर पाक की दरगाह में आने वाली वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर किए गए कब्जे पर बुलडोजर चलवाने का काम करेंगे और उन्हें कब्जा मुक्त कराया जाएगा।
वहीं इस बयान को लेकर साबिर पाक दरगाह के सज्जादा परिवार ने वक्फ बोर्ड पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड खुद लोगों की निजी जमीन कब्जाने में लगा हुआ है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि उनकी करोडो रुपए की भूमि वक्फ बोर्ड ने कब्जाने का काम किया है, वहीं संबंधित मामला कोर्ट में भी चल रहा है जिसमें कोर्ट ने हमारे पक्ष में ही सुनवाई की थी, जिसमें सहमति नामा भी वक्फ बोर्ड की तरफ से हमें दिया गया था, लेकिन फिर भी वक्फ बोर्ड हमारी निजी जमीन को कब्जाने का भरपूर प्रयास कर रहा है।