प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का सबसे मुख्य अंश, जब गढ़वाली में दीदी भुल्यों कहकर किया संबोधित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देहरादून में पहुंचकर यूं तो तमाम योजनाओं की बात की विपक्ष पर भी बरसे और उत्तराखंड से लेकर केंद्र सरकार की उपलब्धियों को भी बताया लेकिन अपने 1 घंटे के भाषण में उनका सबसे मुख्य अंश उनके भाषण की शुरुआत ही रहा, जब लोगों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया और मोदी के नारे लगाकर 2014 और 19 की भी याद दिलाई। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत गढ़वाली बोली में की थी। उन्होंने जिस अंदाज में सभी को नमस्कार किया और हर खबर पूछी उसका संदेश वाकई उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्र तक जाना तय हैं।

उत्तराखँड में सत्तारूढ़ भाजपा एक बार फिर से 2022 में मोदी मैजिक के सहारे सत्ता में आने का ख्वाब देख रही है, यही वजह है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देहरादून में विशाल जनसभा आयोजित की गई, प्रधानमंत्री की जनसभा में बड़ी संख्या में लोगों की भीड देखने को मिली, प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में एक ओर जहां उत्तराखंड से अपना गहरा लगाव बताया साथ ही विपक्षी दलों पर भी जमकर निशाना साधा, प्रधानमंत्री ने इस दौरान धामी सरकार की पीट भी थपथपाई, साथ ही प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड राज्य को 18 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओँ की सौगात भी दी है, वहीं विपक्ष ने प्रधानमंत्री के देहरादून दौरे का विरोध किया है।

2022 के विधानसभा चुनाव से पहले देवभूमि उत्तराखंड को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 हजार करोड़ की सौगात दी है। उन्होंने सबसे पहले परेड मैदान में प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जिसके बाद उन्होंने करोड़ों की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री ने जिन योजनाओं का शिलान्यास किया, उनमें 8600 करोड़ की लागत से बनने वाला दिल्ली-देहरादून (इकोनामिक कारीडोर) भी शामिल है। जिन योजनाओं का लोकार्पण हुआ उनमें योजनाओं में 120 मेगावाट की व्यासी जलविद्युत परियोजना मुख्य है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव से ठीक पहले देवभूमि उत्तराखंड को 15 हजार 728 करोड़ रुपये की 11 योजनाओं का शिलान्यास और 2 हजार 573 करोड़ की लागत से तैयार सात योजनाओं का लोकार्पण किया। इसके बाद गढ़वाली बोली में अपना संबोधन शुरू कर पीएम मोदी ने उत्तराखंड की जनता तक अपनी बात पहुंचाई।

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