ऊर्जा कर्मचारियों ने एक बार फिर आंदोलन की राह पकड़ ली है, इस बार ऊर्जा कर्मचारियों ने फिर से सरकार को हड़ताल पर जाने का नोटिस थमा दिया है।
कर्मचारियों ने मांगे पूरी ना होने पर 31 दिसंबर से फिर से हड़ताल करने का ऐलान भी कर दिया है, हड़ताल का यह नोटिस इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रदेश में जल्द ही आचार संहिता लगने जा रही है ऐसे में कर्मचारी चाहते हैं कि सरकार आचार संहिता लगने से पहले उनकी मांगों को लेकर कोई अंतिम फैसला ले ले।
ऊर्जा कर्मचारियों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि सरकार के वायदे और दावों के बावजूद उनकी मांगों पर अब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है।
आपको बता दें कि पांच अक्टूबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय समझौते पर सरकार ने जल्द आदेश करने की बात कही थी लेकिन फिलहाल इन आदेशों को सचिवालय में जलेबी की तरह घुमाया जा रहा है।
ऊर्जा कर्मचारियों ने ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत से भी इस मामले को लेकर उनके यमुना कॉलोनी स्थित आवास पर मुलाकात की है ऊर्जा कर्मचारी संगठन के संयोजक की अध्यक्षता में करीब 6 ऊर्जा कर्मचारी हरक सिंह रावत से मिलने के लिए पहुंचे थे यहां पर उन्होंने मंत्री से मिलकर अपनी पुरानी मांगों को याद दिलाया। उधर ऊर्जा कर्मचारियों के एक हरिद्वार स्थित निश्चित कार्यक्रम के लिए भी ऊर्जा मंत्री को निमंत्रण दिया गया।