पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह और हरीश रावत के बीच मुलाकात एक तरफ जहां राजनीतिक रूप से चर्चाओं में है तो दूसरी तरफ हरक सिंह रावत को यह दोनों ही नेता फूस बम लगते हैं.. हरक सिंह रावत को लगता है कि हरीश रावत और त्रिवेंद्र सिंह वह बारूद है जिसका प्रयोग हो चुका है और दोबारा यह बारूद कोई धमाका नहीं कर सकता। हरक सिंह रावत का यह बयान उस मुलाकात पर आया है जो 1 दिन पहले ही देहरादून में हरीश रावत और त्रिवेंद्र सिंह रावत के बीच हुई थी। आपको बता दें कि त्रिवेंद्र सिंह रावत और हरीश रावत दोनों ही प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और हरक सिंह का इशारा इन दोनों के ही मुख्यमंत्री के कार्यकाल को लेकर था।
जाहिर है दोनों ही नेताओं को उनकी पार्टियों ने मुख्यमंत्री के रूप में सबसे बड़ी जिम्मेदारी इन नेताओं को सौंपी थी और उसके बाद हरक सिंह रावत इसी बात पर इन दोनों नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहते हैं कि जो कारतूस एक बार प्रयोग में आ जाता है वह बड़ा धमाका करेगा उन्हें ऐसा नहीं लगता।
इस दौरान हरक सिंह रावत कहते हैं कि मैं चाहता हूं कि हरीश रावत और त्रिवेंद्र सिंह रावत उनसे भी मुलाकात करें लेकिन यह दोनों नेता आपस में भी मुलाकात कर रहे हैं तो यह अच्छी बात है और एक सामान्य घटना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी उनसे मिलना नहीं चाहते, और हरीश रावत के साथ त्रिवेंद्र सिंह रावत भी उनसे कुछ कटे कटे रहते हैं।
आपको बता दें कि हाल ही में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरक सिंह रावत को अपना भाई कहा था और विवाद को खत्म करने की कोशिश की थी लेकिन अब इस बयान के बाद प्रदेश भाजपा में एक बार फिर दो नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो सकती है।