दिल्ली से आकर त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिलने क्यों पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर धामी?, भाजपा में कुछ तो चल रहा है

उत्तराखंड में मतदान के बाद अब जनता के जनादेश के सामने आने का इंतजार किया जा रहा है, 10 मार्च को जनता का जनादेश सबके सामने होगा, लेकिन इससे पहले कि प्रदेश में परिणाम सामने आए उससे पहले भाजपा के भीतर जबरदस्त हलचल तेज हो गई है। अब तक कई विधायक अपनी सीट पर भाजपा के नेताओं द्वारा ही भीतर घात करने का आरोप लगा दिया गया है। जाहिर है कि पार्टी के अंदर कुछ तो गड़बड़ चल रही है। इसी मामले को लेकर पार्टी हाईकमान ने भी पूरी परिस्थिति पर रिपोर्ट देने के लिए प्रदेश संगठन को कह दिया है। बताया जा रहा है कि इसी संदर्भ में मुख्यमंत्री समेत प्रदेश अध्यक्ष को भी दिल्ली बुलाया गया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करके वापस भी आ चुके हैं। उधर देहरादून पहुंचते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी मुलाकात की है। भाजपा के भीतर यह पूरा घटनाक्रम बेवजह नहीं है इसके पीछे कई बातें हो सकती हैं।

एक तरफ भितरघात को लेकर पार्टी हाईकमान के संज्ञान लेने के बाद प्रदेश भाजपा के भीतर नए नए घटनाक्रम घट रहे हैं दूसरी तरफ यह भी माना जा रहा है कि पार्टी सरकार में आने की स्थिति में कैसे बहुमत को पाया जाए इस पर भी प्लान B तैयार कर रही है। संभावित जीतने वाले अन्य प्रत्याशियों से भी संपर्क किए जाने की खबर है। हालांकि इसकी पुष्टि सीधे तौर पर नहीं हो पाई है लेकिन इतना तय है कि जिस तरह से एक के बाद एक घटनाक्रम हुए हैं उसके बाद भाजपा के अंदर कुछ ना कुछ तो चल रहा है अब यह भितरघात को लेकर है या फिर सरकार नहीं आने की स्थिति में कार्य योजना तैयार करने को लेकर यह कहना मुश्किल है। इसी कड़ी में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को दिल्ली बुलाया जाना और फिर उनका इस मामले पर चुप्पी साधना भी संदेह पैदा कर रहा है।

बहरहाल ताजा घटनाक्रम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात का है जिसमें माना जा रहा है कि राजनीतिक रूप से प्रदेश में परिस्थितियों को लेकर दोनों के बीच चिंतन हुआ है। 10 मार्च को आने वाले परिणामों को लेकर भी चर्चा होने की बात कही जा रही है। यही नहीं यह आशंका भी लगाई जा रही है कि भितरघात को लेकर भी कुछ रणनीतिक रूप से बातचीत होना संभव है। उधर दूसरी तरफ पार्टी हाईकमान से मिलकर आए मुख्यमंत्री ने हाईकमान से हुई बातचीत के संदर्भ में भी त्रिवेंद्र से बात की होगी, ये भी माना जा रहा है।

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