उत्तराखंड समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर हाईकोर्ट की तरफ से निर्वाचन आयोग को दिए गए सुझावों के बाद आखिरकार भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव को तय समय पर ही किए जाने का फैसला लिया है। आयोग ने साफ कर दिया है कि उत्तर प्रदेश उत्तराखंड पंजाब गोवा और मणिपुर में तय समय पर ही चुनाव कराए जाएंगे। इस तरह देखा जाए तो अब यह तय है कि विधानसभा चुनाव उत्तराखंड में फरवरी महीने में ही होने जा रहे हैं। उधर इस स्थिति के लिहाज से राज्य में आदर्श आचार संहिता भी जनवरी के पहले हफ्ते में ही लग जानी चाहिए। आपको बता दें कि 2017 के चुनाव के दौरान 4 जनवरी को आदर्श आचार संहिता लगी थी और 15 फरवरी को उत्तराखंड में मतदान करवाया गया था जबकि बाकी सभी 5 राज्यों के साथ 11 मार्च को चुनाव परिणाम सामने आए थे।
हालांकि भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से इस बार चुनाव के दौरान कुछ पाबंदियां जरूर होंगी और आदर्श आचार संहिता लगने के बाद तमाम रैलियों और जनसभाओं पर कोविड-19 को देखते हुए कुछ रिस्ट्रिक्शन लग सकते हैं उधर डिजिटल रैलियों या जनसभाओं को करने पर इस बार जोर रहेगा साफ है कि उत्तराखंड में इस बार चुनाव डिजिटल होने जा रहा है और कोरोना के कारण पार्टियों और राजनेताओं की डिजिटल मोड में चुनाव लड़ने की एक बड़ी मजबूरी भी होगी।