हरिद्वार के कोचिंग सेंटर पेपर लीक में निभा रहे बड़ी भूमिका, ऊर्जा निगमों में पूर्व में हुई नियुक्तियां रही हैं सवालों में

उत्तराखंड में एई और जेई की परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में एसआईटी ने अब एक कोचिंग सेंटर संचालक को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान ऐसे कई तथ्य सामने आए हैं जो बेहद हैरान करने वाले हैं दरअसल कोचिंग सेंटर संचालक विवेक उर्फ विक्की की गिरफ्तारी के बाद पता चला है कि यह संचालक भी पेपर लीक करवाने वाले गिरोह के साथ मिलकर इसमें अपनी भूमिका अदा करता था। इस दौरान छात्रों को पेपर मुहैया कराकर मोटी रकम भी वसूली जाती थी। सूत्र बताते हैं कि इससे पूर्व हुई परीक्षाओं में भी इस कोचिंग सेंटर के कई छात्र विभिन्न परीक्षाओं में सेलेक्ट हुए हैं। जबकि इससे पहले भी हरिद्वार का एक कोचिंग सेंटर काफी चर्चाओं में आया था। दरअसल पूर्व में एक ही कोचिंग सेंटर के करीब 40 से ज्यादा छात्र विभिन्न परीक्षाओं में सिलेक्ट हुए थे जिसके बाद परीक्षाओं में धांधली की बात सामने आई थी हालांकि ऊर्जा विभाग में नियुक्ति मिलने से पहले ही इस परीक्षा को निरस्त करवा दिया गया था लेकिन किसी पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई थी। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि क्या इस कोचिंग सेंटर से कोचिंग लेकर सिलेक्ट होने वाले छात्रों की जांच की जा सकेगी। आपको बता दें कि यूपीसीएल यूजर पैनल और पिटकुल में भी कई नियुक्तियां दी गई है जिनमें कई छात्र हरिद्वार के इन कोचिंग सेंटर में कोचिंग लेते रहे हैं।  खबर तो यहां तक है कि पूर्व में हुई परीक्षा के बाद नियुक्त हुए छात्रों को लेकर परीक्षा को निरस्त कर दिया गया लेकिन इसके बाद हुई दूसरी परीक्षा में भी यही छात्र बड़ी संख्या में चयनित हुए। हालांकि यह पूरा मामला जांच के दायरे में आता है और जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है लेकिन आप कोचिंग सेंटर के रडार में आने के बाद इन सेंटर से कोचिंग करके पूर्व की परीक्षाओं में चयनित होने वाले छात्र भी सवालों के घेरे में है और जांच एजेंसियों को इस दिशा में भी जांच कर बाकी परीक्षाओं को लेकर हुए संभावित गड़बड़ झाले को सामने लाने की कोशिश करनी चाहिए। 

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