हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत केवल एक आंकड़ा नहीं है बल्कि इसके कई मायने हैं.. दरअसल हरियाणा में मिली जीत उस निर्णय को भी सही साबित कर रही है..जिसके तहत हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर की विदाई करते हुए नायब सिंह सैनी को राज्य की कमान भाजपा ने सौंप दी। जाहिर है हरियाणा में विधानसभा चुनाव से कुछ महीनों पहले मुख्यमंत्री का चेहरा बदलना एक बड़ा रिस्क था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा संगठन के स्तर पर जो फैसला हुआ वो आज सही साबित हुआ है..
हरियाणा जीत ने दिलाई उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 की याद
यह पहला मौका नहीं है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा संगठन के निर्णय की जीत हुई हो, साल 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भी इसी तरह का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा संगठन ने लिया था..तब इसी तरह उत्तराखंड में भारी बहुमत से भाजपा ने वापसी की थी। यानी तब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्णय सौ फीसदी सही साबित हुआ।
हरियाणा की जनता ने भाजपा को तीसरी बार लाकर इतिहास रचा तो उत्तराखंड के लोगों ने भी सीएम पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व को पूरे नंबर देकर ऐतिहासिक जीत का स्वाद दिया। युवा मुख्यमंत्री और राज्य में चुनाव के पिछले रिकॉर्ड के कारण कई आशंकाए भी व्यक्त की गई लेकिन इन सब को धामी सरकार ने गलत साबित किया। शायद इसलिए हरियाणा की जीत के कारण आज उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव 2022 को भी याद किया जा रहा है।
धामी में भविष्य देख रहा भाजपा हाईकमान
पुष्कर सिंह धामी ने खुद को देश के तमाम भाजपा और एनडीए गठबंधन वाले उन चुनिंदा मुख्यमंत्रियों में शामिल किया है जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई..यूसीसी का मामला हो या अवैध मजारों के ध्वस्तीकरण का.. धर्मांतरण पर सख्त कानून बनाना हो या धामी का लव जिहाद और लैंड जिहाद पर सख्त रुख..इन सभी मामलों ने उन्हें भाजपा में हिंदुत्व का पोस्टर ब्वॉय बना दिया। उधर दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव और राज्यों के चुनावों में जिस तरह पुष्कर सिंह धामी को स्टार प्रचारक के रूप में तमाम जगहों पर जिम्मेदारियां दी गई.. उसने यह साफ कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा हाई कमान धामी में पार्टी का भविष्य देख रहे हैं। खास बात ये भी रही कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में जिन क्षेत्रों की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को दी गई वहां परिणाम भाजपा के हक में रहे।
हर कयास, हर संभावना और हर विरोधी अनुमान को किया गलत साबित
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन सभी कयासों और अनुमानों को गलत साबित किया, जो हरियाणा चुनाव से पहले तमाम विरोधी लगा रहे थे। हरियाणा विधानसभा चुनाव की जीत के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रधानमंत्री मोदी से भी मिले और 01 घंटे तक विभिन्न विषयों पर चर्चा भी की। हरियाणा में हार की भविष्यवाणी भी झूठ ही साबित हुई। इतना ही नहीं केंद्र से बड़ा बजट लाने के अलावा केंद्रीय योजनाओं को राज्य में लाने और राज्य की इकोनॉमी को बूस्ट करने में भी उन्हें कामयाबी मिली।