उत्तराखंड 2017 विधानसभा चुनाव के बाद प्रचंड बहुमत से सत्ता में बैठी भाजपा ने अब तक तीन मुख्यमंत्री दे दिए हैं, पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत फिर तीरथ सिंह और अब पुष्कर सिंह धामी को जिम्मेदारी दी गई है खास बात यह है कि फिलहाल पुष्कर सिंह धामी जिस रफ्तार से निर्णय ले रहे हैं उसमें उन्होंने यह साबित कर दिया है कि एक युवा त्रिवेंद्र और तीरथ जैसे अनुभवी नेताओं के सामने भारी पड़ रहा है। त्रिवेंद्र सिंह रावत हो या तीरथ सिंह रावत इन दोनों ही नेताओं ने मुख्यमंत्री बनने के दौरान काफी धीमी गति से काम को आगे बढ़ाया और निर्णय लेने में भी काफी समय लिया, लेकिन पुष्कर सिंह धामी ने 2 दिनों में ही जिस तरह ताबड़तोड़ फैसले लिए हैं उससे साफ है कि उसका सीधा भी 20-20 के लिहाज से ही बैटिंग करने वाले हैं।
पुष्कर सिंह धामी ने न केवल नाराज नेताओं को कुछ हद तक बनाने में कामयाबी हासिल की है बल्कि उनकी डिप्लोमेसी दिग्गजों को भी खासी पसंद आ रही है। पुष्कर सिंह धामी सतपाल महाराज हरक सिंह रावत समेत दूसरे दिग्गज नेताओं को मनाने में कामयाब रहे जबकि त्रिवेंद्र सिंह रावत इस मामले में फिसड्डी साबित हुए थे उधर तीरथ सिंह रावत फैसले लेने में ही काफी पीछे रह गए थे।
मंत्रिमंडल बंटवारे से लेकर विभागों के बंटवारे तक में पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा दिल दिखाया और बड़े विभागों को भी मंत्रियों को सौंप दिया यही कारण था कि अब नाराज दिखने वाले मंत्री भी अब खुश दिखाई दे रहे हैं, उधर त्रिवेंद्र सिंह रावत इस मामले में काफी खराब परफॉरमेंस के साथ आगे बढ़े थे ना तो वह सभी को साथ ले पाए थे और नाराजगी को शांत करने का प्रयास भी उनकी तरफ से नहीं किया गया था और इसीलिए भाजपा के लिए लगातार दिक्कतें बढ़ती गई।
उधर ब्यूरोक्रेसी को टाइट करने से लेकर उसमें बदलाव को लेकर भी पुष्कर सिंह धामी ने काफी तेजी दिखाइ और आते ही मुख्य सचिव को हटाने से लेकर दूसरे अधिकारियों को भी काम के लिए चयनित किया। यह भी त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत निर्णय लेने में काफी पीछे रह गए थे।
*हिलखंड*
*उत्तराखंड में मंत्रियों को बांटे गए विभाग, सतपाल-हरक-धनसिंह-यशपाल आर्य का बढ़ा कद -*
उत्तराखंड में मंत्रियों को बांटे गए विभाग, सतपाल-हरक-धनसिंह-यशपाल आर्य का बढ़ा कद