उत्तराखंड में प्रमोशन पाए शिक्षकों को अब नियुक्ति स्थल में चुनिंदा जगहों में ही इच्छा जाहिर करनी होगी.. ऐसा इसलिए क्योंकि शिक्षा विभाग ने प्रमोशन पाने वाले शिक्षकों की काउंसिलिंग करने का फैसला लिया है.. और इस दौरान नियुक्ति स्थल का विकल्प उन्हीं विद्यालयों के लिए रखा गया है…जहां शिक्षकों के पद खाली होंगे.. यानि अतिथि शिक्षकों से भरे गए पदों वाले विद्यालयों में इन शिक्षकों की तैनाती नहीं हो पाएगी।।
शिक्षक संगठन शिक्षा विभाग के इस फैसले का पहले भी विरोध कर चुके हैं और ऐसे हालातों में हाई कोर्ट जाने तक की भी धमकी दे चुके हैं। इसी स्थिति को देखते हुए खुद शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने शिक्षा सचिव को आदेश देते हुए…शिक्षकों की मांग पर काम करने के आदेश दिए थे। लेकिन आज एक बार फिर सचिव शिक्षा मीनाक्षी सुंदरम ने मीडिया के सामने बयान जारी करते हुए साफ कहा कि प्रमोशन पाएं शिक्षकों को उन्हीं स्कूलों में भेजने की तैयारी की जा रही है जहां पद खाली है …..और अतिथि शिक्षकों से भरे गए पद वाले विद्यालयों में इन शिक्षकों को भेजने का कोई फायदा नहीं।
अतिथि शिक्षकों को बाद में हटाना ही है-मीनाक्षी सुंदरम
सचिव शिक्षा मीनाक्षी सुंदरम ने साफ किया है कि अतिथि शिक्षकों को धीरे-धीरे हटाया जाना है और जैसे-जैसे प्रमोशन से पद भरे जाएंगे और नई नियुक्तियां की जाएंगी वैसे वैसे अतिथि शिक्षकों को नौकरी से हटाया जाएगा। लेकिन सरकार फिलहाल कुछ महीनों तक अतिथि शिक्षकों को नहीं हटाना चाहती। और इसीलिए प्रमोशन पाएं शिक्षकों को अतिथि शिक्षकों के बदले फ़िलहाल भेजने पर विचार नहीं किया जा रहा है।